प्रकृति हमारा अमूल्य धरोहर है, जिसे हमें संरक्षित रखना चाहिए। हमारी यह कविता प्रकृति की सुंदरता पर आधारित है हम आशा करते हैं कि अनुप्रिया द्वारा लिखित Small Poem on Nature in Hindi | प्रकृति की सुंदरता पर कविता भी प्रकृति की तरह ही आपका मन मोह लेगी।
प्रकृति पर हिंदी कविता
Short Poem on Nature in Hindi
प्रकृति की छटा हर तरफ छाई हुई है,
पहाड़ों सी ऊंचाई तो
सागर सी गहराई समाई हुई है।।
खेत-खलिहानों का लहलहाना
चुलबुल नादान पंछियों का फुदक-फुदक गाना
डाली-डाली फूलों की भी इठलाई हुई है।
प्रकृति की छटा हर तरफ छाई हुई है।।
मदमस्त हवाओं की सरसराहट
प्यास बुझाती टेढ़ी-मेढ़ी नदियों की कल-कलाहट
जिनकी महिमा वेदो में भी गाई हुई है।
प्रकृति की छटा हर तरफ छाई हुई है।।
अंधियारी रातों में तारों का टिमटिमाना
आकाश का नीले-काले-सफेद बादलों से घिर जाना
रात मानो कितने ही रंगों से नहाई हुई है।
प्रकृति की छटा हर तरफ छाई हुई है।।
……..’अनु-प्रिया’
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Prakriti( Nature )Per Hindi Kavita 2024
प्रकृति की सुंदरता अद्वितीय है। यह हर कोने में विद्यमान है और हमें आकर्षित करती है। वन, पहाड़, नदी, झील, फूल, पशु-पक्षी, सूर्यास्त और सूर्योदय की रोशनी, सबका मन मोह लेती है।
A Beautiful Small Poem on Nature in Hindi
प्रकृति पर खूबसूरत हिंदी कविता
प्रकृति हमारे स्वास्थ्य और तन-मन की ऊर्जा का स्रोत है। यह हमें चैन-शांति देती है और हमें प्राकृतिक रूप से संतुष्ट करती है। इसलिए, हमें प्रकृति का सम्मान करना चाहिए और उसकी सुंदरता का आनंद लेना चाहिए।
Prakṛti kii chhaṭa har taraf chai
hui hai,
Pahaadon sii uunchaai to
saagar si gaharaii samaai hui hai.
Khet-khalihaanon ka lahlahana
Chulabul naadaan panchhiyon ka phudak-phudak gaana
Daali-ḍaali phuulon ki bhi iṭhalaaii hui hai.
prakṛti ki chhaṭa har taraf chhaai hui hai..
Madamast havaaon ki sarasaraahaṭ
Pyaas bujhaati ṭedhi-medhi nadiyon ki kal-kalaahaṭ
Jinakii mahimaa vedon mein bhi gaayi hui hai.
Prakṛti kii chhaṭa har taraf chhaai hui hai..
Andhiyaarii raaton men taaron kaa ṭimaṭimaanaa
Aakaash ka neele-kaale-safed baadalon se ghir jaana
Raat maano kitane hi rangon se nahayi hui hai.
Prakṛti kii chhaṭa har tarat chhaai huii hai..
……… ‘Anu-priya’
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