होली में कोई मलाल न रहने पाएकोरा-कोरा कोई गाल न रहने पाएइस साल ऐसे खेलेंगे झूमकर होलीहमसे बचकर कोई माई का लाल न रहने पाए
फिर बैठेगें चार यार
गुजिया, पापड़, भांग, गुलाल
Fir baithenge 4 yaar
Gujiya, papad, bhang, gulaal
मिठाइयों की मिठास
चहुंओर उल्लास
रिश्तो में परिहास
हुड़दंगी बिंदास
जब होली आस-पास
Mithaiyon ki mithaas
chahu or Ullas
rishto mein Parihas
huddangi bindas
jab Holi aas-paas
जहां रंग गुलाल
पापड़ भांग
संग चलती
मीठी गुझिया
It happens only in India
Jahan rang gulal
papad bhang
sang chalti
meethi gujiya
It happens only in India
नफरत की होलिका मेंप्यार की उमंग भर दूंजो पानी,साबुन, क्रीम से भी न निकलेतेरे बालों में वो रंग भर दूं
शोख रंगों से सने हुए हाथ
खुदा जाने किस पर गाज गिरने वाली है।
Khuda Jaane kis per Gaj girne Wali Hai
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मिश्री घुली हुई प्राणों में श्याम सलोने नाम कीमन अंबर में सजी रंगोली उस नटखट घनश्याम कीढोल की थाप पर उठ जाते हैं तने हुए पांव मेरेजब तानें छिड़ने लगती हैं फगुआ उसके नाम की
man ambar me saji rangoli us naṭakhaṭ ghanshyaam ki
ḍhol ki thaap par uṭh jaate hain tane hue paav mere
jab taanen chhidne lagati hain phagua uske naam ki
दे लगा प्रीत का रंग मुझेभक्ति के रस में सन जाऊंकुछ तुम मुझको अपना लेनाकुछ रंग तेरे मैं रंग जाऊं
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मेरे लाल गुलाबी कानों में अब कोई प्रसंग नहीं चढ़तामैं तो श्याम रंग में रंगी हुई हूं, दूजा कोई रंग नहीं चढ़ता
काशी, वृंदावन हो आयाब्रज, मथुरा,बरसाना भीनटखट श्याम सलोने देखेंराधा का तरसाना भी
जाम छलका करेंगेरंग बिखरा करेंगेइश्क को देखते हीहुस्न नखरा करेंगे
वो फ़ूट का टीला फोड़ न पाए
नफरत जिसने घोली
मन के तार जो छू ना पाए
तो काहे की होली
Nafrat jisne gholi
Man Ke taar jo chu na paye
To kahe ki holi
प्रेम प्रीत का सबक सिखाती
सबको गले लगाती है
होली कितनी मासूम है यारों,
सबके रंग में रंग जाती है
Prem prit Ka Sabak sikhati
Sabko gale lagati Hai
Holi kitni masoom hai yaaro
Sabke rang mein rang Jaati Hai
रंग और गुलाल तो गजब बरपा है
जर्द सुर्ख रंगों में वो ढूंढे नहीं जाते
Zard Surkh rango mein wo dhundhe Nahin Jaate
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आपको देखते ही चेहरे का रंग तक उड़ जाता हैभला होली के रंग मेरा क्या बिगाड़ेगें
Happy Holi wishes in Hindi
हैप्पी होली इन एडवांस शायरी
प्यार के रंग से
बड़ी उमंग से
हैप्पी होली इन एडवांस
दिल की तरंग से
Badi Umang se
Happy Holi in advance
Dil Ki Tarang se
खुमारी ऐसे कि चेहरे को लाल किए हुए हैंबिना होली खेले ही गुलाल किए हुए हैं
उड़ता अबीर, उड़ता गुलालपीहर चाहे हो ससुरालभौजाई तू बच के रहनातगड़ी है दुश्मन की चाल
Social Media पर देखा,बधाईयों का तांता लगा थाआज गली-गली हुड़दंगकल तक सन्नाटा लगा था
सूरज लाल निकल पड़ा होली खेलन कोबदरी काली जाए मिली रंगने फागुन कोपूनम जैसे चांद पर पिचकारी की धारआज मनाते सब के सब होली का त्योहार
हरे, लाल, पीले का जोर हैनीला भी कहीं से न कमजोर हैरंगों में भी हुड़दंग मची है यारोंक्या करें जब ‘हैप्पी होली’ का हैप्पी-हैप्पी शोर है
लाल जोश से भरा तो
धैर्यवान नीला है
शालीनता नारंगी की शान
तो बुद्धिमान पीला है
हरा रंग शांति का तो
बैंगनी विवेक का
जामुनी निडर रहे
ये रंग सब प्रतीक का
होली के सात रंग
सात गुण से सजे
इन्हीं रंगों में रंगकर
तुम भी लो खूब मजे
dhairyavaan neela hai
shaleenta naarangi ki shaan
to buddhimaan peela hai
hara rang shaanti ka to
baingani vivek ka
jaamuni niḍar rahe
ye rang sab pratiik ka
holi ke saat rang
saat guṇ se saje
inhi rangon me rang kar
tum bhi lo khub maje
स्वादिष्ट गुझिया, पापड़, मिठाई
गुलाल की फुहार में मीठी-मीठी ठंडाई
ओ मेरे कृष्ण कन्हाई
तू चल, मैं आई
Gulal ki fuhar mein meethi meethi thandai
O Mere Krishna kanhai
Tu chal, main aayi
गलियों में, चौराहों में
भीड़ लगी बाजारों में
रंग, अबीर, गुलाल, मिठाई
अब बारी गुब्बारों में
galiyon me, chaurahon me
bheed lagi bajaaron me
rang, abeer, gulaal, miṭhai
ab baari gubbaron me
***
इन आंखों में अब भी एक आस बाकी हैगुझिया, पापड़ के साथ ठंडाई की प्यास बाकी है
नहले पर दहला मार देंगे
Planning कितनी भी कर लो
रंगने की हमको
Chance हम पहला मार लेंगे
Nehle pe dahla maar denge
Planning kitni bhi kar lo
rangne ki humko
Chance ham pahla maar Lenge
रंगों की कोई जात, न बोलीरंगों सी हो अपनी होलीरंगों में रंगकर आपकीखुशियों से भर जाए झोली
पिचकारी की मारपानी की बौछाररंगों की धारसब दोस्त-यारहो जाओ तैयारजीत हो या हारअपनों सा प्यारखुशियों की बहारमुबारक हो सभी कोहोली का त्योहार
प्यार के रंग सेबड़ी उमंग सेहैप्पी होली इन एडवांसदिल की तरंग से
Pyar ke rang Se
Badi Umang se
Happy Holi in advance
Dil Ki Tarang se
लाल पीला हरा गुलाबीकोई न जान ये पाएगाहोली का उत्सव है प्यारेन तू पहचान में आएगा
पिचकारियों का भीन पूछो क्या हाल हैउस पर भी चढ़ाअबीर और गुलाल है
स्नेह भरे शब्दों के साथ थोड़ा सा प्यार लेकर आए हैंरंग और गुलाल की रिमझिम फुहार लेकर आए हैंशुभ हो आपको सतरंगी होली का त्योहारइसलिए Good luck wishes की बहार लेकर आये हैं
गली-गली में धूम मची हैधूम मची चौराहों मेंबैर भुला कर शामिल हो गएमस्ती में अनचाहों में
ढोल मंजीरे पर गीत फगुआ के गानाअबीर गुलाल रंगो संग दिल से दिल का मिल जानाहोली एक परंपरा है, उत्सव है प्यारोंबड़े प्यार से आगे भी इसे बबुआ तुम मनाना
बजे नगाड़े ढोल संगटोली में उमड़ी हरदंगचढ़ा प्यार का रंग ऐसा किखुशियों की चल पड़ी तरंग
कितने ही रंगों से भले खेल लेनाकिसी के दिल से खेलना अच्छा नहीं होता
रंग गुलाल भरी pichkariरंग जाओ तो I am sorryअब होगी अगले की baariकर डाली पूरी taiyari
भूलकर शिकवे गिलेआओ सब होली मिले
पिचकारी की बौछार में रंग कई हैइस रंग-बिरंगे त्योहार में तरंग नई हैआ धमकेगें तुम्हारे संग खेलने होलीक्योंकि पिछले वाले साल से उमंग नई है
हुड़दंग हंसी ठिठोलियांनिकल पड़ी सब टोलियांधारा प्यार की फूटेगीजब जुबां एक ही बोलियां
मन में कोई गुबार न रखझूठा कोई बुखार न रखरोज-रोज न ये आवे हैफीका यह त्यौहार न रख
दंभ को तोड़तीगुरुर को मरोड़तीभक्ति रस को सींचतीबुराइयों को भींचतीपरंपरा को जोड़तीअंधकार को फोड़तीहर जुबां पर सोहतीइन सबकी गरिमा की गाथा‘हैप्पी होली’ बोलती
प्यार भरी होली शायरी/ कोट्स
झूठ मूठ फुलाकर गोरे गाल खड़ी थीवो मुट्ठी भर लें पीछे गुलाल खड़ी थी
तिरछी निगाहें करके वो दिल चुरा लिए
बस ‘हैप्पी होली’ कहकर मुस्कुरा दिए
ठंडी बयार संग रिमझिम फुहारइंद्रधनुषी रंगों सी झड़ती बौछारमदमस्त होली का अद्भुत चमत्कारप्यार के रंगों में सब हैं गिरफ्तार
होलिका दहन शायरी -Funda Hai
न लकड़ी, न डंडा हैबस थोड़ा सा सरकंडा हैइसे जलाकर कर ले होलीबस अपना यह फंडा है
नफरत की होलिका कोप्यार के रंगों की आहुति दे दोजो आस में बैठे हैं कब से रंगने की तुमकोअजी उन्हें स्वीकृति दे दो
होली का इंतजारवे लोग करते हैंजो तारीख गिनते हैंतो बस गिनते रहो….तारीख पे तारीखपे तारीख पे तारीख
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आए थे होली रंग लगानेकि दिवाली समझ लिएविश लेकर देकर भेज दिएजैसे मवाली समझ लिए
सिर माथ बचाए बैठी थीगुब्बारों से कई प्रहार किएजब बंद किवाड़ा कर ली वोशब्दों के रंग से वार किए
वह जो अपना चेहरा छुपाए बैठे हैंघर के बाहर पहरा बिठाए बैठे हैंकहते हैं कि हमको रंगों से एलर्जी हैन जाने कितने नकाब लगाए बैठे हैं
होली है भाई होली हैबुरा ना मानो होली हैझूम के आओ होली हैमिलकर गाओ होली है